14 फरवरी को खास बना गए
14 फरवरी को खास बना गए


वतन पर न्योछावर होकर,
लहू का रंग बता गए।
हुई थी धरा लाल,
आसमान भी रोया था।
पुलवामा में आतंकियों ने,
जवानों को ढेर किया था।
जवानों ने लहू का एक-एक कतरा,
मातृभूमि पर कुर्बान किया था।
प्यार का रंग दिखा गए ,
वतन पर अपनी जान लुटा गए।
मातृभूमि से प्यार करना सीखा गए,
वंदे मातरम् ,वंदे मातरम् कहकर,
देश पर अपनी जान लूटा गए,
प्यार का हमें मतलब समझा गए।
प्यार की खातिर मातृभूमि में ही समा गए,
जाते जाते मिट्टी का कर्ज चुका गए।
प्यार का रंग दिखा कर........
सच्चे प्यार का अर्थ समझा गए।