सीमा
सीमा
समुद्र बंधा होता है
किनारों की हद में
पहाड़ों की भी एक
सीमा होती है।
जहाँ वो धरती से
मिलते हैं
नदी बहती है अपनी हद में
खींच रखी है मनुष्य ने
धरती पर सीमा रेखाएँ
अनगिनत...
बस सृष्टि में
एक ईश्वर अनंत हैं
और दूसरे तुम्हारे लिए
मेरे प्यार की कोई
सीमा नहीं है.....।।