आसान नहीं होता
आसान नहीं होता
यूँ ही कोई दिल का मेहमान नहीं होता
मोहब्बत को निभाना आसान नहीं होता
लग जाती हैं सदियाँ ख़ुशियाँ तलाशने में
सच्चाई का हर कोई क़दरदान नहीं होता
भर ली है उड़ान हमने भी बनकर परिंदा
अपनों के साथ का गर आसमान नहीं होता
छूट गई कुछ यादें ज़िंदगी की दहलीज पर
रिश्तों से बढ़कर कोई अभिमान नहीं होता
बेशक रंग गहरा होता हैं सच्ची लगन का
क़िस्मत पर सौंपने से कोई महान नहीं होता।।