ये सागर की लहरें।
ये सागर की लहरें।
कभी चंचल कभी शांत,
ये सागर की लहरें।
कभी हिलोरे लेती मस्ती में,
ये सागर की लहरें
कभी मूल्यवान निधियों को संग लाती,
ये सागर की लहरें।
कभी संहारक रूप हो जातीं,
ये सागर की लहरें।
कभी वंदना गीत हैं गातीं,
ये सागर की लहरें।
कभी श्वेत फेनिल बनकर चरण धो जातीं,
ये सागर की लहरें।
निरंतर कर्म करते रहना सिखलाती
ये सागर की लहरें।