देखे बहुत जमाने में
देखे बहुत जमाने में
जमाने में देखे बहुत
नए पुराने किस्से
ले लिया सब जमाने ने
जो कुछ बचे मेरे हिस्से
जो कुछ बचे मेरे हिस्से
उसमें भी हुआ बटवारा
उसमें भी हुआ बटवारा
दरिया मिली मुझे
उसे मिला किनारा
दरिया मिली मुझे
उसे मिला किनारा
अपने हुए पराए
परायों ने दिया सहारा
अपने हुए पराए
परायों ने दिया सहारा
जाग के जियो
ना कुछ हमारा
ना कुछ तुम्हारा
जाग के जियों
ना कुछ हमारा
ना कुछ तुम्हारा
नए साल तो
आते जाते रहेंगे
पर ये पल ना आएगा दोबारा
पर यह पल आयेगा दोबारा
नए साल तो
आते जाते रहेंगे
पर ये पल ना आयेगा दोबारा
बदलना है तो खुद से बदलो
ये दुनिया क्या बदल पाएगी
समझना है तो खुद से समझो
ये दुनिया क्या समझा पाएगी
यह दुनिया क्या समझा पाएगी
इसमें पाप है बहुत
इंसाफ नहीं
जिसमें पाप है बहुत
इंसाफ नहीं
इमानदार घिसते हैं
बेईमान नहीं
देखें बहुत जमाने में
नए पुराने किस्से
ले लिया सब जमाने ने
जो कुछ बचे मेरे हिस्से...!