तेरे बाद
तेरे बाद
तेरे साथ साथ सारे इन्तजार खत्म हो गये,
जिन्दगी चलती है चलती रहेगी
तेरे लौट आने के आसार खत्म हो गये
दिन उसी तरह निकलता है,
शाम उसी तरह ढलती है
कुछ बदला नहीं इक तेरी कमी खलती है
खुदा के घर तुझे सकूँ मिले यही दुआ करता हूँ
तेरी तस्वीर पर पड़ी माला जब कभी बदलता हूँ
दिल रोता है पर आँखें नहीं बहती
आँखों में तो थे अश्रु बेशुमार खत्म हो गये।
दिल में इक सूनापन झलकता है,
घर का इक कोना सदा खाली लगता है
शहर की रौनक भी अधुरी लगती है
दिन दिवाली के जब नगरी सजती है
मन ना जाने क्यों उदास हो जाता है
कभी इन दिनो का इन्तजार रहता था ,
तेरे साथ सारे दिन त्योहार खत्म हो गये
जिन्दगी चलती है चलती रहेगी.....