ऐसा मन
ऐसा मन
कभी तनिक तो कभी अधिक
कभी खिन्न तो कभी रसिक
ऐसा मन रे हाय मिला
कभी नदीश तो कभी हिमालय
कभी मंदिर तो कभी मदिरालय
ऐसा मन निकाय मिला
कभी धैर्य तो कभी अधीर
कभी भीरू तो कभी ये वीर
ऐसा मन असहाय मिला
कभी मूढ़ तो कभी प्रवीण
कभी पुष्ट तो कभी ये क्षीण
ऐसा मन प्रतिकाय मिला
कभी बोध तो कभी अज्ञान
कभी गणित तो कभी विज्ञान
ऐसा मन संकाय मिला
कभी घंटी तो कभी अज़ान
कभी गीता तो कभी क़ुरान
ऐसा मन अध्याय मिला...!