बनाले इसी को ज़िन्दगी, इसी का ही तुझे तलाश है। बनाले इसी को ज़िन्दगी, इसी का ही तुझे तलाश है।
ज़िन्दगी कब कौन-सा मोड़ ले ले, ऐसी है ज़िन्दगी ज़िन्दगी कब क्या बताये, किसीको खबर नही ऐसी है ज़िन्दगी... ज़िन्दगी कब कौन-सा मोड़ ले ले, ऐसी है ज़िन्दगी ज़िन्दगी कब क्या बताये, किसीको खबर नह...
मैं भटकता रहा पागलों की तरहबिन तेरे मैं जियूँ ये तो संभव नहींहँस के मैं मर सकूँ प्राण लो इस तरह मैं भटकता रहा पागलों की तरहबिन तेरे मैं जियूँ ये तो संभव नहींहँस के मैं मर सकूँ ...
क्योंकि हर परिस्थिति में जीना भी तू ही सिखाती है। क्योंकि हर परिस्थिति में जीना भी तू ही सिखाती है।
सिखा दिया है ज़माने की ठोकरों ने हमें, ज़िंदगी से बढ़कर कोई किताब नहीं। सिखा दिया है ज़माने की ठोकरों ने हमें, ज़िंदगी से बढ़कर कोई किताब नहीं।
ज़रा-सी बात हो ज़रा-सा दिल रोय, चलो ज़िन्दगी फिर आरास़ता हो जाये...! ज़रा-सी बात हो ज़रा-सा दिल रोय, चलो ज़िन्दगी फिर आरास़ता हो जाये...!