STORYMIRROR

Deepa Vankudre

Thriller

3  

Deepa Vankudre

Thriller

रहस्य

रहस्य

1 min
164

वारा करी 

सांय सांय

सरपट 

धावे काय 


अवसेच्या 

काळोखात 

पुढे येई 

एक हात 


विधी सारी 

मांडलेली 

चेटकीने

हाळी दिली 


कवटी ती 

चित्कारली 

सैतानास 

जाग आली 


सापळ्यांचा 

सुरू नाच 

मंत्रोच्चार 

ऐकताच 


कर्मकांड 

जीव घेणे 

रहस्य हे

कोण जाणे!


Rate this content
Log in

Similar marathi poem from Thriller