Hansa Shukla

Abstract

4.8  

Hansa Shukla

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थ्री एंजल्स

थ्री एंजल्स

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सोमा को सेमिनार अटेंड करने चेन्नई जाना था, उसने अपनी दोनों बहनों से भी चेन्नई चलने के लिए कहा,तीनो ने योजना बनाई दिन में सोमा सेमिनार अटेंड करेगी और शाम को तीनों बहन चेन्नई घूमेंगे। पहले दिन का पूरा कार्यक्रम योजना के अनुरूप हुआ तीनो बहनें खुश थीं इतने दिनों बाद खुलकर बात करने और जी भर शॉपिंग करने का मौका मिला था।दूसरे दिन का कार्यक्रम सोमा अपनी बहनों के साथ बना ली थी दिन में सोमा सेमिनार अटेंड करेगी फिर तीनो फिनिक्स मार्केट सिटी जायेंगे वहाँ शॉपिंग और घूमने के बाद रात का खाना खाकर वही से एयरपोर्ट जायेंगे। दूसरे दिन सेमिनार चार बजे खत्म होते ही सोमा ने आयोजकों को सफल संगोष्ठी एवम अच्छी व्यवस्था हेतु धन्यवाद दिया सभी औपचारिकता पूरी कर बहनो के साथ फिनिक्स मार्केट के लिए निकल गई।

थोड़ी देर घूमने और शॉपिंग करने के बाद सोमा को सर दर्द और उबकाई के कारण चक्कर आने लगा उसे लगा बाहर के खाने और लगातार एयरकंडीशनर में रहने के कारण उसकी तबियत बिगड़ गई।दोनो बहनें घबरा गई मेडिकल शॉप से उन्होंने सोमा के लिए दवाई ली और खिलाया,सोमा को फिनिक्स सिटी के बाहर बने सीटिंग बेंच पर लेकर आई बाहर की शुद्ध हवा में उसे कुछ ठीक लग रहा था लेकिन अभी भी वो चलने या बोलने की स्थिति में नही थी,उसे मन ही मन ग्लानि हो रही थी कि उसके कारण बहने परेशान हो रही है और एन्जॉय भी नही कर पाई। 

रात के दस बज रहे थे अब दोनो बहने चिंतित थीं, ओला कौन बुक कराएगा सोमा ही गाड़ी बुक कराती थी वो तो निढाल सी सीटिंग बेंच में लेटी हुई थी,दोनो बहने इस विषय पर बात कर रही थी किसे गाड़ी बुक कराने कहे,अजनबी शहर में किस पर विश्वास करे।टैक्सी वाले कही दूसरी जगह ना ले जाये दोनो रुआंसा हो गई थी उनकी बातों को पास बैठी तीन लड़कियां सुन रही थी उन्होंने पूछा आंटी आप लोग परेशान लग रहे हैं क्या हो गया?दीदी ने बताया छोटी बहन की तबियत अचानक खराब हो गई और हमे यहाँ से एयरपोर्ट जाना है हम दोनो को ओला बुक करने नही आता।लड़कियां बोली इतनी सी बात आंटी हम आपके लिए गाड़ी बुक कर देते हैं आप पैमेंट एयरपोर्ट पहुँचकर करियेगा उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से अपना नंबर दीदी को दिया और उनका नंबर भी ले लिया। दस मिनट में गाड़ी आ गई तीनो बच्चियों का धन्यवाद देकर दोनों बहनें सोमा के साथ गाड़ी में बैठ गई।            

दोनो बहने टैक्सी में पूरे समय बाहर सड़क किनारे लगे सांकेतिक बोर्ड में एयरपोर्ट के रास्ते के संकेत को देख रहे थे कि गाड़ी सही दिशा में ही जा रही है।दस मिनट में उनमे से एक लड़की का फ़ोन आया आंटी आप लोगो की गाड़ी सही दिशा में जा रही है ना हम लोग अपने मोबाइल से गाड़ी का लोकेशन देख रहे हैं, उसमे अलग रुट दिखा रहा है दीदी ने कहा बिल्कुल सही जा रहेहैं हम लगातार एयरपोर्ट के संकेत को देख रहे हैं तुम लोग परेशान ना हो।थोड़ी देर में गाड़ी एयरपोर्ट में थी अंदर जाकर सोमा अपनी बहनों से बोली दीदी वो तीन एंजल्स थे जिन्हें भगवान ने हमारे लिए भेजा था,दोनो बहनो ने मुस्कुराते हुये कहा हॉ सोमा आज भी एंजल्स जमीन पर आते हैं। अब सोमा की तबियत ठीक थी और दीदी से उन लड़कियों का नंबर लेकर मोबाइल में थ्री एंजल्स के नाम से सेव कर ली।दोनो बहने सोमा से चुहल कर रही थी हमारी एंजल तु जो कभी-कभी बीमार हो जाती है। 


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