जिसे जो मिलना होता है उसे वो मिलकर ही रहता है। जिसे जो मिलना होता है उसे वो मिलकर ही रहता है।
इस बार जब मायके से आऊँगी तो सच में सबको अपने हाथ से बनाकर पूरा खाना खिलाऊँगी। इस बार जब मायके से आऊँगी तो सच में सबको अपने हाथ से बनाकर पूरा खाना खिलाऊँगी।
यह उन दिनों की बात है जब हम छोटे लेकिन बातें बड़ी थी। यह उन दिनों की बात है जब हम छोटे लेकिन बातें बड़ी थी।
जहां दर्शन करने से पति पत्नी के बीच चल रहे तनाव संबंधों से मुक्ति मिलती है। जहां दर्शन करने से पति पत्नी के बीच चल रहे तनाव संबंधों से मुक्ति मिलती है।
आज भी एक दोस्त के रूप में एक दूसरे के लिए स्तंभ के रूप में खड़े रहते हैं। दोनों की दोस् आज भी एक दोस्त के रूप में एक दूसरे के लिए स्तंभ के रूप में खड़े रहते हैं। दोनों ...
दोनों ने एक- दूसरे को अपने आलिंगन में और भी दृढ़ता से बांध लिया और किसी पथरीली शिला की भांति खड़े रह... दोनों ने एक- दूसरे को अपने आलिंगन में और भी दृढ़ता से बांध लिया और किसी पथरीली श...
मुझे तो लगता है एलियन होते ही नहीं है। यह सब कोरी साइंस की कल्पना है"! मुझे तो लगता है एलियन होते ही नहीं है। यह सब कोरी साइंस की कल्पना है"!
अब घड़ियाली जागरी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल और गॉव वालों के लिए कौतूहल का विषय बन चुका था अब घड़ियाली जागरी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल और गॉव वालों के लिए कौतूहल का विषय बन ...
अपने अँगुठे का नाखुन दाँत में गढाये, घर की ओर भाग खड़ी हुई। अपने अँगुठे का नाखुन दाँत में गढाये, घर की ओर भाग खड़ी हुई।
आर्यन व करण ने देखा कि उन दोनों के अलावा और कोई भी "चीयर्स" नहीं बोला है। आर्यन व करण ने देखा कि उन दोनों के अलावा और कोई भी "चीयर्स" नहीं बोला है।
एक मां ने समझदारी से बेटी का घर उजड़ने से बचा लिया था। एक मां ने समझदारी से बेटी का घर उजड़ने से बचा लिया था।
पर शिशिर तो उसकी कोई बात ना तो सुनने को और ना ही समझने को तैयार था। ऐसे में क्या करें भ पर शिशिर तो उसकी कोई बात ना तो सुनने को और ना ही समझने को तैयार था। ऐसे में क्या...
अचीन्ही दुनिया में प्रवेश कर रहा था यह उत्कंठा लिए कि उस पार ना जाने क्या होगा ? अचीन्ही दुनिया में प्रवेश कर रहा था यह उत्कंठा लिए कि उस पार ना जाने क्या होगा ?
दुःखों के पहाड़ से वो झरने की तरह झरती है दुःखों के पहाड़ से वो झरने की तरह झरती है
शादी के दिन मौका पाकर दुल्हन वहां से भाग गई। शादी के दिन मौका पाकर दुल्हन वहां से भाग गई।
घर वालों के मना करने के बावजूद ऑन्टी से मिलने उनके घर चला गया। घर वालों के मना करने के बावजूद ऑन्टी से मिलने उनके घर चला गया।
पत्नी के भी चेहरे पर वही निर्मल मुस्कान तैर गयी। पत्नी के भी चेहरे पर वही निर्मल मुस्कान तैर गयी।
यक़ी मानिए वे आपके उनके अंतिम संस्कार में ना पहुँच पाने का बुरा नही मानेंगे। यक़ी मानिए वे आपके उनके अंतिम संस्कार में ना पहुँच पाने का बुरा नही मानेंगे।
हमारी खामोशी हमारी कमजोरी नहीं हमारी तकाता है। हमारी खामोशी हमारी कमजोरी नहीं हमारी तकाता है।
ऑटो के साथ निकल मन ही मन सोच रही थी उस भीड़ में मानवता को सहेजता असली मर्द तो वही था। ऑटो के साथ निकल मन ही मन सोच रही थी उस भीड़ में मानवता को सहेजता असली मर्द तो वह...