मैं अपने पेंटिंग और लिखने के शौक़ को फिर से ज़िन्दा करूँगी , जो जीवन की आपाधापी में कहीं बहुत पीछे छ... मैं अपने पेंटिंग और लिखने के शौक़ को फिर से ज़िन्दा करूँगी , जो जीवन की आपाधापी ...
वरुण ने उसके कंधे पर हाथ रखा तो वीथी ने उसके कंधे पर सर रख दिया. सामने हरेभरे गुलमोहर से लिपटी, इठला... वरुण ने उसके कंधे पर हाथ रखा तो वीथी ने उसके कंधे पर सर रख दिया. सामने हरेभरे गु...
जैसे अभी दो दिन पहले अपनी बिदाई पर रोई थी वैसे ही, पीछे न जाने कब पत्नी आकर खड़ी हो गई और मुझसे बोली ... जैसे अभी दो दिन पहले अपनी बिदाई पर रोई थी वैसे ही, पीछे न जाने कब पत्नी आकर खड़ी ...
उनसे अब हिल स्टेशन पर चढ़ा जा नहीं सकता ।चीकू के पापा सेवानिवृत हो चुके और सेवानिवृत होने पर शासन की... उनसे अब हिल स्टेशन पर चढ़ा जा नहीं सकता ।चीकू के पापा सेवानिवृत हो चुके और सेवान...
ए साहब ज़रा काम दे दो मुझे घर चलाने का पैसा दे दो मुझे। ए साहब ज़रा काम दे दो मुझे घर चलाने का पैसा दे दो मुझे।
पंख मेरी उम्मीदों के, सपने जो मेरे है। पंख मेरी उम्मीदों के, सपने जो मेरे है।
मुझे विश्वास होने लगा कि हमारे देश का भविष्य सुरक्षित हाथों में है I मुझे विश्वास होने लगा कि हमारे देश का भविष्य सुरक्षित हाथों में है I
उन्होंने मुझे जो कुछ भी सिखाया,वह मेरे कपड़ों में झलकता है| अब यह स्वेटर कई जिंदगियाँ बुनेगा| मैं इस ... उन्होंने मुझे जो कुछ भी सिखाया,वह मेरे कपड़ों में झलकता है| अब यह स्वेटर कई जिंदग...
निश्चित रूप से व्यक्ति का स्वभाव ही वह अमूल्य निधि है, जो उसे कठिनतम एवं विपरीत परिस्थितियों में भी ... निश्चित रूप से व्यक्ति का स्वभाव ही वह अमूल्य निधि है, जो उसे कठिनतम एवं विपरीत ...
मिट्टी के है हम और तुम, एक रोज़ मिट्टी में ही मिल जायेंगे। मिट्टी के है हम और तुम, एक रोज़ मिट्टी में ही मिल जायेंगे।
वफ़ाई ने नमाज पूर्ण की। उसने देखा कि जीत झूले पर मौन बैठा था। वफ़ाई ने उस मौन को भंग करने की चेष्टा नह... वफ़ाई ने नमाज पूर्ण की। उसने देखा कि जीत झूले पर मौन बैठा था। वफ़ाई ने उस मौन को भ...
यहां इस व्यक्ति पर भगवान के अवतार होने का आरोप है। उसे तो लोग ईश्वर ही मानते हैं। यहां इस व्यक्ति पर भगवान के अवतार होने का आरोप है। उसे तो लोग ईश्वर ही मानते हैं...
उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि आज वो जीता है या हारा। उसने अपने दोस्त की मौत का बदला लिया है या धर्म ... उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि आज वो जीता है या हारा। उसने अपने दोस्त की मौत का ब...
संतुष्ट काव्या, अम्मा और भाभी के बीच पिघलती बर्फ को साफ साफ महसूस कर रही थीं! संतुष्ट काव्या, अम्मा और भाभी के बीच पिघलती बर्फ को साफ साफ महसूस कर रही थीं!
बेक्टो ने पहली बार ऐसा मांसपूंज देखा था| वह बंद मुट्ठी जैसा था| पूरा लाल-लाल| जैसे कोई... बेक्टो ने पहली बार ऐसा मांसपूंज देखा था| वह बंद मुट्ठी जैसा था| पूरा लाल-लाल| जै...
यकीन मानिये की लगन से दुनिया मिलती है।हाउसवाइफ एक जिम्मेदारी का काम है, लेकिन फिर भी आज की दुनियां म... यकीन मानिये की लगन से दुनिया मिलती है।हाउसवाइफ एक जिम्मेदारी का काम है, लेकिन फि...
बाबा की मजबूरी और तुम्हारी थकान, फिर से भीतर एक ताकत फूंक देती है ।और सब कुछ हल्का और आसान लगने लगता... बाबा की मजबूरी और तुम्हारी थकान, फिर से भीतर एक ताकत फूंक देती है ।और सब कुछ हल्...
... और सो जाता सिहरन में अपने घर की चारदीवारियों के बीच... अपनों के बीच...। ... और सो जाता सिहरन में अपने घर की चारदीवारियों के बीच... अपनों के बीच...।
आज का समाज यदि कल के साहित्य का नियमक है तो कल का साहित्य आज के समाज के रूप का। आज का समाज यदि कल के साहित्य का नियमक है तो कल का साहित्य आज के समाज के रूप का।
अतः यह सिलसिला चलता ही रहेगा,इसलिए मैं यह बुराई को हमेशा के लिए मिटाने हेतु ही यह कार्य कर रहा हूं। ... अतः यह सिलसिला चलता ही रहेगा,इसलिए मैं यह बुराई को हमेशा के लिए मिटाने हेतु ही य...