उसकी कितनी ही यादों को सजीव कर रही थी उसकी कितनी ही यादों को सजीव कर रही थी
"नालायक, तेरी बहुत जबान चलती है तुझे अपने से बड़ों का कोई ख्याल ही नहीं है। "नालायक, तेरी बहुत जबान चलती है तुझे अपने से बड़ों का कोई ख्याल ही नहीं है।
हम तीन बहुएं ही फ़ालतू हैं, जो घर के काम करेंगी। हम तीन बहुएं ही फ़ालतू हैं, जो घर के काम करेंगी।
जिस आईने में देख कर मैं खुद को संवारता था, मेरा वो आइना टूट अब गया है" पूरे मौहोल में जिस आईने में देख कर मैं खुद को संवारता था, मेरा वो आइना टूट अब गया है" पूरे म...
.. लेकिन वह कही थी नही...बस वहाँ फ़ोटो में मौजूद थी...स्माइलिंग फ़ोटो में... .. लेकिन वह कही थी नही...बस वहाँ फ़ोटो में मौजूद थी...स्माइलिंग फ़ोटो में...
वह बेपरवाही अब जिंदगी में शायद ही कभी होगी...... वह बेपरवाही अब जिंदगी में शायद ही कभी होगी......
स्वरा ने बताया कि ये सब कई महीनों से चल रहा था स्वरा ने बताया कि ये सब कई महीनों से चल रहा था
आज भगवती का मन पुष्पा के आंगन में उन आंखों में उन बलिष्ट बाहों के घेरे में ही बिंधकर रह आज भगवती का मन पुष्पा के आंगन में उन आंखों में उन बलिष्ट बाहों के घेरे में ही बि...
क्योंकि हिंसा सहना अर्थात गलत को बढ़ावा देने के समान है। क्योंकि हिंसा सहना अर्थात गलत को बढ़ावा देने के समान है।
उसके उलट युवक की माँ जिसके मन मे अपने मेहनती पुत्र के लिए ढेर सम्मान था, उसे अपने आप से उसके उलट युवक की माँ जिसके मन मे अपने मेहनती पुत्र के लिए ढेर सम्मान था, उसे अपन...
उस दिन जब नैना हमारे घर आई तब उस सुनहरे एकांत में मैं रोमांचित हो गया था। उस दिन जब नैना हमारे घर आई तब उस सुनहरे एकांत में मैं रोमांचित हो गया था।
तब भारत विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बनकर सामने आ जाय तो कोई आश्चर्य की बात तब भारत विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बनकर सामने आ जाय तो कोई आश्चर्य...
हम भी इसी मंत्र से मोक्ष प्राप्त कर सकते हैं और जन्म मरण के चक्र से छुटकारा प्राप्त कर हम भी इसी मंत्र से मोक्ष प्राप्त कर सकते हैं और जन्म मरण के चक्र से छुटकारा प्रा...
तुम्हारे ऑफिस के मामले में किसी प्रकार हस्तक्षेप नहीं करेगा।",नरेंद्रजी ने कहा। तुम्हारे ऑफिस के मामले में किसी प्रकार हस्तक्षेप नहीं करेगा।",नरेंद्रजी ने कहा।
जो वह अपने बच्चों की खातिर मौत के साथ भी लड़ जाती हैं, बस यहीं एक मां का दूसरा रूप भी ह जो वह अपने बच्चों की खातिर मौत के साथ भी लड़ जाती हैं, बस यहीं एक मां का दूसरा र...
मम्मी जी, हम सब भी इसे अपनी पलकों पर बिठा कर रखेंगे मम्मी जी, हम सब भी इसे अपनी पलकों पर बिठा कर रखेंगे
यश वर्धन के परिवार में अब क्या नया मोड़ आने वाला है? यह तो भविष्य ही तय करेगा। यश वर्धन के परिवार में अब क्या नया मोड़ आने वाला है? यह तो भविष्य ही तय करेगा।
फिर झुंझलाहट के साथ अमित ने सीलिंग फैन से धूल साफ कर दी। फिर झुंझलाहट के साथ अमित ने सीलिंग फैन से धूल साफ कर दी।
बच्चे भी बड़े हो चुके थे। उनमें मां के गुण आ चुके थे बच्चे भी बड़े हो चुके थे। उनमें मां के गुण आ चुके थे
इससे घोड़े तो बलवान हो गये लेकिन प्रजा कमजोर हो गई। इससे घोड़े तो बलवान हो गये लेकिन प्रजा कमजोर हो गई।