रक्त दान-4
रक्त दान-4
"अरे आलोक,यह बीमारी तो संक्रमित रक्त चढ़ाने से भी हो जाती है । क्या पता तुझे संक्रमित रक्त से ही हो गयी हो । "
"नहीं-नहीं ,मुझे तो रक्त की ज़रुरत ही नहीं पड़ी । " आलोक जी सवालों के चक्रव्यूह में फँसते ही जा रहे थे । अपने आप से सवाल -ज़वाब करके हम इंसान अपने आपको सांत्वना देते हैं या धोखा देते हैं या बेगुनाह साबित करते हैं ।
"संक्रमित सुई से भी तो होती है ?"
"हाँ -हाँ ,मुझे सुई से ही हुई होगी ।" आलोक जी ने अपने आपको बेगुनाह साबित करने की वजह ढूँढ ही ली थी ।
"लेकिन मेरी इस बात का विश्वास कौन करेगा ?" आलोक जी ने फिर अपने आपको कटघरे में खड़ा कर दिया था ।
हम इंसान तो हमेशा सामने वाले को नीचा दिखाना चाहते हैं ।तब ही तो किसी की बुराई पर तुरंत भरोसा कर लेते हैं , वहीं अगर किसी के बारे में कुछ अच्छा सुनें तो 50 बार जाँचने के बाद ही उस पर भरोसा करते हैं ,वह भी आधा-अधूरा ।
"पापा ,पापा ......." नमिता ने आलोक जी के कन्धे पर हाथ रखते हुए कहा ।
"अरे तुम ,कब आयी ?" नमिता की उपस्थिति से आलोक जी थोड़े असहज हो गए ।
"करीबन 15 मिनट हो गए हैं । आपको पता ही नहीं चला । "
"तुम ने घंटी नहीं बजाई तो पता कैसे चलेगा ? तुम अपने साथ ,अपनी अलग चाबी इसीलिए तो लेकर जाती हो ताकि मुझे डिस्टर्ब न हो ।" नमिता के सामने अपने आपको सामान्य दिखाने की भरसक कोशिश करते हुए आलोक जी ने कहा ।
"पापा ,आज चाबी ले जाना भूल गयी थी। घंटी बजाई थी और मुस्कान ने सुनकर गेट खोल दिया था । "
"अरे बेटा ,तेरा बाप अब बूढ़ा हो गया, सुनाई भी कम देने लगा है । "
"वह सब छोड़िये ,पापा । आज किसी से आपका झगड़ा हुआ ?"
"नहीं । क्यों ?"
"मुस्कान बता रही थी कि आज आपका मूड ठीक नहीं है । "
"कहाँ है मुस्कान ? अभी उसकी खबर लेता हूँ ।अब कोई इंसान उस मुस्कान की बकबक न सुने तो इसका मतलब यह थोड़ी है कि उसका मूड खराब है । "
"पापा ,मुस्कान जा चुकी है । "
"कल खबर लेता हूँ उसकी । "
"अरे हाँ ,वो आपने रक्तदान किया था न तो आपका डोनर कार्ड आ गया है । आप ब्लड बैंक वालों का फ़ोन उठा नहीं रहे थे तो उन्होंने मुझे फ़ोन किया और मेरे ऑफिस में आपका डोनर कार्ड भिजवाया ।" नमिता ने अपनी पॉकेट से कार्ड निकालकर आलोक जी के हाथ में देते हुए कहा ।
"यह क्या है ?"
"पापा,आपने एक यूनिट रक्त दान किया है न ।अब जब भी जरूरत होगी, आपको एक यूनिट रक्त ब्लड बैंक से मिल जाएगा।"
"मेरा रक्त उन्होंने स्वीकार कर लिया ?"