दिल माँगे मोर
दिल माँगे मोर
लंच टाइम में आज थोड़ी सी फुर्सत पाते ही वह बतियाने लगी...
वही ऑफिस की बातों से इतर बातें... लंच टाइम था..सीरियल की बातें...फैशन की बातें...उस हाउसफुल चल रहें सिनेमा की बातें...
थोड़ी देर में वह फुसफुसाकर कहने लगी... "अरे, पता हैं, मिसेज वर्मा के हस्बैंड का एक्स्ट्रा मैरेटल अफेयर चल रहा हैं?"
मैनें कहा, " नहीं तो? मिसेज वर्मा का उनके हस्बैंड के साथ तो लव मैरिज हुआ था..and they both are nice couple..."
"अरे, ऐसा नहीं हैं.. जो दिखता हैं वैसा नहीं होता हैं...लेकिन? "क्या लेकिन? आपने उनकी फेसबुक की एनिवर्सरी वाली पोस्ट नहीं देखी क्या? उनके हस्बैंड ने बेहद खूबसूरत पोस्ट शेयर किया था।"
"हाँ... उन्होंने?"
"हाँ..ताजमहल के बैकड्रॉप वाली उन दोनों की खूबसूरत फोटो के साथ… "
उनकी वह पोस्ट पढ़कर तो ऐसा लगता हैं की वे made for each other वाले कपल हैं…लेकिन फिर यह एक्स्ट्रा मैरेटल अफ़ेयर की बात? और वैसे भी मिस्टर वर्मा का अफ़ेयर किसके साथ चल रहा हैं?"
"हैं कोई मिस्टर वर्मा के ऑफिस की कलीग।"
"एक बात समझ नहीं आ रही की मिसेज वर्मा भी तो जॉब करती हैं… एक सुंदर और कॉन्फ़िडेंट महिला…फिर मिस्टर वर्मा का ये 'दिल माँगे मोर' वाला एक्स्ट्रा मैरेटल अफ़ेयर क्यों? कुछ समझ नहीं आ रहा…"
"अरे, आप तो जानती ही हैं न मिसेज वर्मा को? हाउ कॉंफिडेंट एंड बोल्ड शी इज? आदमी को उसके ईगो को बूस्ट करनेवाली बीवी चाहिए होती हैं…एक कॉंफिडेंट औरत का ताब वह कहाँ सहन कर पाता है? वह फिर अपने ईगो को बूस्ट करने वाली औरत को ढूँढ लेता हैं…"
"हाँ, सही कह रही हैं आप…वैसे एक बात तो पक्की हैं की मिसेज वर्मा जैसी महिलाओं जिनके हसबैंड का एक्स्ट्रा मैरिटल अफ़ेयर चल रहा होता हैं वह इतने सालों की शादी के बाद अपने बड़े बच्चों के होते हुए वह जान लेती हैं की हसबैंड वापस उसके पास इसी खूँटे के पास ही आयेगा। बच्चों के फ्यूचर तथा अपने सोशल स्टेटस को सोचकर पति के एक्स्ट्रा मैरिटल अफ़ेयर को इग्नोर कर देती हैं या माफ़ कर देती हैं। एक खुशहाल फैमिली की इमेज को पोर्ट्रे करते हुए शायद उनके लिए यही एक प्रैक्टिकल सलूशन होता हैं…"
"ओह…"
लंच ख़त्म हो गया और हम अपने काम पर वापिस आ गए। इंटरकॉम पर वह किसी रिपोर्ट के बारें में बात करने लगी।
जिंदगी में मूव ऑन करना होता हैं …शायद ज़िंदगी ऐसी ही चलती हैं…
