रन अवे ब्राइड
रन अवे ब्राइड
कभी कोई लड़की घर से भाग जाती हैं…किसी अनजान शख़्स के प्यार में पड़कर लड़की भाग जाती हैं …
जन्म देनेवाले माँ बाबा को भी छोड़ कर…आने वाले कल की परवाह किए बग़ैर…
यह जानते हुए की दुनिया बहुत ज़ालिम हैं… और घर की चारदीवारी में वह ज़्यादा महफ़ूज़ हैं फिर भी…
अपने माँ बाबा की वह लाड़ली…
वह रानी बिटिया…
जात पात और धर्म को धता बताकर घर से क्यों भाग जाती हैं?
क्यों नहीं घर से भागने के पहले अपने माँ बाबा से बातें करती हैं?
बिल्कुल भी….
कहते हैं की प्यार विश्वास का दूसरा नाम हैं…
उसी एक विश्वास से उसकी ज़िन्दगी में कल के प्यार बनकर आए लड़के के साथ भाग जाती हैं…और अपनी नयी दुनिया बसाने वह प्यार में बेलगाम लड़की बेपरवाही से भाग जाती हैं…
