बिखरें हुए शब्दों और लफ़्ज़ों को चुन उन्हें धागों में पिरोकर कभी माला बनाती हुँ तो कभी गजरा... शब्दों से फ़िजा गुनगुनाती है तो लफ़्ज़ों से वह महकने लगती है...
..चाँद भी जैसे खिड़की से झाँक कर मुस्कुराता हुआ इस बात की गवाही दे रहा था… ..चाँद भी जैसे खिड़की से झाँक कर मुस्कुराता हुआ इस बात की गवाही दे रहा था…
गाँव के साथ ही काका काकी का घर छूट गया गाँव के साथ ही काका काकी का घर छूट गया
.. लेकिन वह कही थी नही...बस वहाँ फ़ोटो में मौजूद थी...स्माइलिंग फ़ोटो में... .. लेकिन वह कही थी नही...बस वहाँ फ़ोटो में मौजूद थी...स्माइलिंग फ़ोटो में...
कब किसे क्या अच्छा लगेगा नो वन नोज़.... देयर इज नो फिक्स फॉर्म्युला। कब किसे क्या अच्छा लगेगा नो वन नोज़.... देयर इज नो फिक्स फॉर्म्युला।
और हमारी धुकन क्रिया वाली सारी बातें धुएँ जैसे हवा हो गयी... और हमारी धुकन क्रिया वाली सारी बातें धुएँ जैसे हवा हो गयी...
मैंने कहा, "छोड़िए, आप क्यों रो रही हैं? आपको तो परेशान नही करते हैं? मैंने कहा, "छोड़िए, आप क्यों रो रही हैं? आपको तो परेशान नही करते हैं?
उन मुक बधिर महिलाओं के घर वालों को व्यवहार का तकाजा मालूम था। उन मुक बधिर महिलाओं के घर वालों को व्यवहार का तकाजा मालूम था।
घर मे आनेवाले हर मेहमान का मुस्कुराते हुए स्वागत भी वह करती है। घर मे आनेवाले हर मेहमान का मुस्कुराते हुए स्वागत भी वह करती है।
कुछ लोग कह सकते है कि औरतें किसी भी टॉपिक पर बोल सकती है. कुछ लोग कह सकते है कि औरतें किसी भी टॉपिक पर बोल सकती है.
एक इंस्टिट्यूट के तौर पर मुझे वहाँ जॉइन करना अपने आप मे ही प्राउड फील हो रहा था। एक इंस्टिट्यूट के तौर पर मुझे वहाँ जॉइन करना अपने आप मे ही प्राउड फील हो रहा था।