यूँ ही ना पाला करो
यूँ ही ना पाला करो
नये नये फितूर यूं ही ना पाला करो,
बेफिजूल के गुरूर ना पाला करो
आये जाये कोई भी मौसम,
बेवजह की गर्मी ना पाला करो
मुस्कुरा भी लिया करो कभी कभी,
बेेवजह गुस्सा ना पाला करो
अपनों की चाहत हैं बहुत,
पर यूं ही दूरियाँ ना पाला करो
सबर का फल मीठा होता है पगले
बेसबरी ना पाला करो
वफा कर वफा से,
बेवफाई ना पाला करो
भीड़ में रहने की आदत डाल लो
तन्हाई ना पाला करो
बेवजह ही नहीं मिलता कोई
साथ रहने कि आदत डाला करो
रो रोकर क्या है पाया........
मुस्कुराने की आदत पाला करो.