ये काग़ज की कश्ती
ये काग़ज की कश्ती
ये काग़ज की बड़ी प्यारी सी कश्ती
बहता हुआ ये नदिया का पानी
बह चली समय की धारा में
सुना रही दिलकश दास्ताँ ये पुरानी
हर बीतें लम्हे हर किस्से की
गा रही कोई भूली बिसरी कहानी
हसीन से लम्हों के मोती जड़े
संभाले हुए कुछ प्यारी सी निशानी
बह चला मन काग़ज की कश्ती में
ढूँढने चला कुछ घड़ियाँ सुहानी
हसीन यादों के मुसलसल सफर पे
निकली ये काग़ज की कश्ती दीवानी