ये दिन मुरादोवाला
ये दिन मुरादोवाला
ये दिन मुरादों वाला मेरे माथे का सिंदूर सजायें
हो लम्बी उम्र मेरे सुहाग की बस यही इल्तजा गायें
मैं जीवन संगीनी उनकी वही मेरे प्रियवर जीवन साथी
मरतें दम तक साथ ना छूटें चाहें सारी दुनिया छूट जाये
उन संग कठीन डगर भी पार कर लूंगी हंसते हंसते
प्रेम और विश्र्वास से जनम-जनम का साथ निभायें
सुहागन बन के जाना चाहूंगी मैं इस दुनिया से होके विदा
तुम्हारें वज़ूद में महकती रहूंगी तुम्हारा जीवन महकायें
यहीं एक मनोकामना करवा माॅं सुहाग मेरा सलामत रखना
कोई भी संकट या विपदा कभी उनका बाल भी ना बाका कर पायें।

