उत्सव की रात
उत्सव की रात
उत्सव की रात अपनें संग एक खुशहाल सवेरा लायें
खिलखिलातें अहसासों का मनभावन चंचल घेरा सहलायें
चलो उत्सव की रात में सब झूम-झूम के नाचे-गायें
एक-दुजे संग एहसासों के हर पावन रिश्तें को पायें
हर एक रिश्तें संग सुख-दुख बाटें प्यार के रंग फैलायें
पल-पल बढती निराशा को अपने जीवन से अलविदा कहलायें
एक दुजे का साथ पाकर उत्सव की रात का जश्न मनायें
अपनें हसतें रिश्तों की एक सुंदर अनमोल माला बनवायें
महकता हुआ आशियाना प्यार से भरे रिश्तो से और महकायें
हर एक पावन रिश्ते संग खुशहाली से उत्सव की रात मनायें।
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