प्रेम साजन की हृदय में बसाती रही। प्रेम साजन की हृदय में बसाती रही।
साथ में लेकर मां की ममता पिता का दुलार बहन का प्यार पत्नी बच्चों का संसार। साथ में लेकर मां की ममता पिता का दुलार बहन का प्यार पत्नी बच्चों का संसार।
रात की ख़ामोशी में सुहागो वाली शहनाई बजे अंधेरो की गुमनाम गली से तुम्हारे अरमानो की, मेरी डोली ... रात की ख़ामोशी में सुहागो वाली शहनाई बजे अंधेरो की गुमनाम गली से तुम्हारे अ...
प्रेम समर्पण निष्ठा के अर्थ हुए आज बेमानी स्वार्थ और महत्त्वाकांक्षा से समाज को होनी है हानि। प्रेम समर्पण निष्ठा के अर्थ हुए आज बेमानी स्वार्थ और महत्त्वाकांक्षा से समाज ...
सुनहरी धूप रूपहली चाँदनी हवाओं का मंद मंद स्पंदन फूलों की दहकती क्यारियाँ, ब सुनहरी धूप रूपहली चाँदनी हवाओं का मंद मंद स्पंदन फूलों की दहकती ...
आख़िर जिम्मेदार कौन ? शहर या सरकार या फिर हम ? आख़िर जिम्मेदार कौन ? शहर या सरकार या फिर हम ?