कभी शांत सरोवर सी बहती.. कभी सागर जैसी कलकल भी। कभी शांत सरोवर सी बहती.. कभी सागर जैसी कलकल भी।
कई नवल परिस्थितियों से गुजरा तेरे कई परीक्षणों से गुजरा अब दक्ष हो गया प्यार में तेरे क्या मैं ते... कई नवल परिस्थितियों से गुजरा तेरे कई परीक्षणों से गुजरा अब दक्ष हो गया प्यार म...
अद्भुत छवि तुम्हारी, हे बाँके बिहारी, पगड़ी की शोभा, लागे न्यारी न्यारी ! अद्भुत छवि तुम्हारी, हे बाँके बिहारी, पगड़ी की शोभा, लागे न्यारी न्यारी !
साथ में लेकर मां की ममता पिता का दुलार बहन का प्यार पत्नी बच्चों का संसार। साथ में लेकर मां की ममता पिता का दुलार बहन का प्यार पत्नी बच्चों का संसार।
घर की रौनक होती हैं घर की बेटियाँ ....। घर की रौनक होती हैं घर की बेटियाँ ....।
हमें अपने पूर्वजों , और परिवारों से मिलती है ! किताबों को लाख , पीस कर गले के नीचे , उतार लेने स... हमें अपने पूर्वजों , और परिवारों से मिलती है ! किताबों को लाख , पीस कर गले के...