जीवन के इस खूबसूरत अध्याय की शुरुवआत हो रही थी। जीवन के इस खूबसूरत अध्याय की शुरुवआत हो रही थी।
था खुद पर गुमान तुमको, जो तुम इन राहों पर अकेले चल रहे थे ! था खुद पर गुमान तुमको, जो तुम इन राहों पर अकेले चल रहे थे !
खुश दिखने और वाकई में खुश होने का फर्क जिस दिन मिट जायेगा, आपकी तलाश खुद-ब-खुद मुक़म्मल हो जा... खुश दिखने और वाकई में खुश होने का फर्क जिस दिन मिट जायेगा, आपकी तलाश खुद-ब-...
ढह जाती है एक दिन ये जिस्म की चमचमाती इमारत इन दरख्तों की तरह। ढह जाती है एक दिन ये जिस्म की चमचमाती इमारत इन दरख्तों की तरह।
नारी का पूर्ण सशक्तिकरण सिर्फ़ और सिर्फ़ एक भुलावा है। नारी का पूर्ण सशक्तिकरण सिर्फ़ और सिर्फ़ एक भुलावा है।
कोई आकर इजहार भी करे तो हाँ न करूँगा। कोई आकर इजहार भी करे तो हाँ न करूँगा।