STORYMIRROR

VanyA V@idehi

Tragedy

4  

VanyA V@idehi

Tragedy

वो उदास लड़की

वो उदास लड़की

1 min
25


तेरे आँखों में जो दर्द की लहरें बसी हैं,  

उनमें बसी हैं कितनी कहानियाँ, ये किसी ने न सुनी हैं।  

तेरे मुस्कान की वो चमक अब खो गई है,  

दिल की बस्तियों में उदासी ने जगह बनाई है।


तेरी खामोशी का ये साया, दिल को चुभता है,  

हर रोज़ नए सवालों से तू उलझता है।  

दिल की गहराइयों में तूने क्या छुपा रखा है,  

किसी ने न समझा, किसी ने न जाना, ये क्या रखा है।


तेरी उदासी की बारिश में, दिल का समंदर भरा है,  

आँखों की नमी ने, तेरी रूह को गहरा छुआ है।  

तेरी हंसी की राह में दर्द के कांटे बिछे हैं,  

तेरे दिल की उदासी, अब मेरी दुआओं में बसी है।


तेरे हर आँसू में एक अनकही कहानी है,  

जो तूने खुद से भी छुपा रखी है, वही सच्चाई है।  

तेरे दिल की ये तन्हाई, अब मेरी शामों का हिस्सा है,  

तेरी उदासी का हर लम्हा, मेरे गीतों का किस्सा है।


चाहता हूँ तेरी उदासी की ये रात कट जाए,  

तेरे दिल की बस्ती में फिर से उजाला छा जाए।  

तेरे दिल का हर दर्द मैं चुरा लूँ,  

तेरे चेहरे पर फिर से हँसी लौटा दूँ।


उम्मीद की रोशनी से तेरे जीवन में रंग भर दूँ,  

तेरे ख्वाबों को फिर से परवाज़ दूँ।  

तेरी मुस्कान की वो किरण, फिर से चमक जाए,  

तेरी उदासी की हर परछाईं, कहीं दूर हो जाए।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy