कुछ छोटे अल्फाज हम खोना नहीं चाहते ....... हम बाद में पछता कर रोना नहीं चाहते .......... आज लिखते हैं समय मिले तो पढ़ लेना .......... हम अपनी आंखें भिगोना नहीं चाहते.......
हम आज भी दोस्त हैं पर एक सवाल हैं क्या यही प्यार हैं ? हम आज भी दोस्त हैं पर एक सवाल हैं क्या यही प्यार हैं ?
पिताजी की लाडली को पता ना था की आगे का जीवन उसके लिए आसान ना होगा पिताजी की लाडली को पता ना था की आगे का जीवन उसके लिए आसान ना होगा
मैं जिसे आसमान समझ बैठा वो तो छोटी सी मुकाम थी। मैं जिसे आसमान समझ बैठा वो तो छोटी सी मुकाम थी।
ये क्या हुआ मेरे जेब खाली थे। ये तो फटी जेब वाली पेंट था! ये क्या हुआ मेरे जेब खाली थे। ये तो फटी जेब वाली पेंट था!
एक दिन कुछ ऐसा हुआ जो मेरी कल्पना से परे था। एक दिन कुछ ऐसा हुआ जो मेरी कल्पना से परे था।