"पुरानी पेंशन बहाली"
"पुरानी पेंशन बहाली"
सरकारी नौकरी सेवानिवृत्ति परिलाभ बचें !
पेंशन पीट गई राजनीति के भेंट चढ़ गई!
राजनीतिज्ञों कि पेेंशनअनगिनत शुरू हो गई!
देश मेंं जिसकी लाठी उसकी भैैंस हो गई!
इसे कहते हैं पोपा बाई का राज!
राजनीतिज्ञों के पास सत्ता पांंच साल करतेे राज।
सरकारी सुविधाएं वेेतन भत्तेअपार
ऊपर सेे अनगिनत पेंशन बच गई।
कौन पूछेेंगे इनसे तुुम जन सेेवक कहते हो।
तो सरकारी नौकर कब बन गयें।
चपरासी कि योग्यता तय है।
तुम योग्यअयोग्य कैैसे नहीं हों सकते हों ।
साम दाम दंड भेेेद कैैसे ही चुनाव जीतो।
जो चुनाव जीते वहीं सिकंदर होते हों।
एक देेश मेंं दोहरा कानून कैसे चलेगा।
अयोग्य राजनेता सत्ता सुख भोगेंगे।
देश मेंं योग्य युवा बैरोजगारी में दुख भोगेंगे।
देश मेंं कर्मचारीयों कि पुरानी पेंशन बहाल हों।
