वो ख्वाब रह गई
वो ख्वाब रह गई
नज़र मिली और आहिस्ता,
हाल-ए-दिल कह गई।
लबों को कुछ ना कह पाने की,
कसक रह गई।
गर्म सांसो की आह पसरी,
उसकी ठंडी यादों पे।
ख्वाब से निकला दिल तो लगा,
वो ख्वाब रह गई।
नज़र मिली और आहिस्ता,
हाल-ए-दिल कह गई।
लबों को कुछ ना कह पाने की,
कसक रह गई।
गर्म सांसो की आह पसरी,
उसकी ठंडी यादों पे।
ख्वाब से निकला दिल तो लगा,
वो ख्वाब रह गई।