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हमसे मिलने प्रिय मेरे तुम, बरगद के नीचे आ जाना। हमसे मिलने प्रिय मेरे तुम, बरगद के नीचे आ जाना।
'नज़र मिली और आहिस्ता, हाल-ए-दिल कह गई, लबों को कुछ ना कह पाने की, कसक रह गई।' पहेली नजर के प्यार की ... 'नज़र मिली और आहिस्ता, हाल-ए-दिल कह गई, लबों को कुछ ना कह पाने की, कसक रह गई।' पह...
अब शब्द हमारे शोर करेंगे, और ख़ामोशी से बोलेंगे हम।। अब शब्द हमारे शोर करेंगे, और ख़ामोशी से बोलेंगे हम।।
'मैं जब तन्हा चल रहा होऊंगा धूप में, कहो संग मेरे चल पाओगी क्या ?' जीवन के सुख-दुःख में साथ चलने की ... 'मैं जब तन्हा चल रहा होऊंगा धूप में, कहो संग मेरे चल पाओगी क्या ?' जीवन के सुख-द...
'जी करता कि त्याग के सब कुछ बैरागी हो जाऊं मैं, पर जनम जनम के साथ निभाने के अनुबंध में फंसा है मन।' ... 'जी करता कि त्याग के सब कुछ बैरागी हो जाऊं मैं, पर जनम जनम के साथ निभाने के अनुब...
जब लिपटेंगे उनसे... जब लिपटेंगे उनसे...
वास्ता तुम्हे अधूरे इश्क़ का, की लौट आओ ना...! वास्ता तुम्हे अधूरे इश्क़ का, की लौट आओ ना...!
चूम लेते हो मेरे, होंठों को शायरी बनकर... चूम लेते हो मेरे, होंठों को शायरी बनकर...