Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Dinesh Dubey

Drama Horror Thriller

4  

Dinesh Dubey

Drama Horror Thriller

वीराने का होटल भाग 6

वीराने का होटल भाग 6

5 mins
413


मुखिया नितिन की बात से भड़क कर भयानक रूप धारण कर कहता है," तुझे मरना होता तो वहीं मार देता जब सड़क पर मिला था, या कल रात ही मार देता जब तु बाहर निकला था, ये मौत की नगरी है,यहां हर पल मौत घूमती रहती है, तुम सब बच्चे हो, हमे तुम्हारी जरूरत है इस लिए बचे हो।

नितिन और वीरेन उसके इस रूप को देख थर थर कांपने लगते हैं,!!

वीरेन कहता है, इसे माफ कर दीजिए ये घबरा कर ऐसे बोल रहा हैं, में इसे समझा देता हूं।"!!

वह नॉर्मल रूप में आते हुए कहता है," तुम लोगो के लिए अच्छा होगा की चुप चाप कमरे में पड़े रहो,रात में तो हम तुम्हे खुद ही बुलाएंगे,तब सब कुछ देख लेना।

उसी समय दो लोग वहां आते हैं, नितिन और वीरेन के पास खड़े होते हैं,और उनका हाथ पकड़ते हैं दोनो घबराकर उनको देखते हैं,तो उनके हाथो में मांस जरा भी नही था, उनकी नसे दिखाई दे रहे थी,उसमे काला खून बह रहा था, बाकी मांस के स्थान पर झिल्ली जैसा आवरण था, उनके चेहरे भी उसी तरह थे,उनके गंदे लाल दांत तो ऐसे लग रहे थे,जैसे अभी अभी किसी का मांस खा कर आए हों उसके टुकड़े उनके दांतो मे फंसा हुआ दिख रहा था,!!!

मुखिया कहता है," इन्हे कमरे में छोड़ दो और फिर बाहर खड़े रहना,अगर ये बाहर निकले तो इन्हे,तुरंत खा जाना।

वह दोनो एक एक हाथ से इन्हे उठा लेते हैं,जैसे छोटे रोबोट किसी को उठाते हैं, दोनो की डर के मारे पैंट गीली हो जाती है, वह दोनो उन्हे उनके दरवाजे के सामने उतारकर घृघराती आवाज में कहते हैं, " इस दरवाजे के बाहर बिना बुलाए निकले तो हम दोनो तुम्हे मार कर खा जायेंगे।

दोनो दरवाजे को खींचते है दरवाजा खोल कर दोनो अंदर जाते हैं,"!!

दरवाजा बंद करके वह सामने सोफे पर बैठते हैं,नितिन रोते हुए कहता हैं।"कहां फसा दिया वीरेन हमारी शादी है घर वाले परेशान हो रहे होंगे, कल से हमने कॉल भी नही किया है,।

वीरेन कहता है," यार तू तो सीधे मुझ पर इल्जाम लगा रहा है जैसे मैने जान बूझकर सबको लाकर फसा दिया, देख ये रोना धोना बंद कर हम ठंडे दिमाग से सोचेंगे तो कुछ रास्ता निकलेगा।

नितिन कहता है " क्या सोचेंगे,दरवाजे पर दो राक्षस खड़ा कर दिया हैं, बाहर निकले तो वो खा जायेंगे, तब क्या कर सकते है।

वीरेन कहता है।" उन्होंने दरवाजे से बाहर निकलने को मना किया यदि हम खिड़की से बाहर निकलने की सोचे तो कैसा रहेगा, ""!!

नितिन कहता है ",वहा देखा नही पहले ही आदमियों को भून कर खा रहे थे,और नीचे पंद्रह फिट जंप मरना पड़ेगा और जंप मारने के बाद पता नही क्या होगा, नीचे कहीं और कुछ मुसीबत खड़ी हो सकती हैं,"!!

वीरेन कहता है।" एक बात तो तय हैं की ये हमे मारेंगे नही,इनको किसी विशेष कार्य के लिए हमारी जरूरत है,इसीलिए हमे लाये हैं।"!!

वीरेन खिड़की के पास आता है और झाक कर देखता है तो उसे वहां कुछ और ही नजारा दिखता है, दूसरी ओर हरियाली छाई हुई थी और एक पेड़ उनके खिड़की के पास तक आ गया था,ऐसे लग रहा था जैसे इन्हे भागने के लिए किसी ने लगा दिया था।"!!

वीरेन कहता है," नितिन जल्दी आओ ये देखो,"!!?

नितिन अनमने से उठ कर देखता है तो चौक उठता है, वह कहता है," यार ये सांप सीढी वाला खेल लग रहा है,कोई हमे ललचा रहा है नीचे उतरने के लिए,ताकि हम उसके शिकार बन जाए।?

वीरेन कहता है," हमारे पास और कोई चारा है, यदि कुछ सोचेंगे नही और करेंगे नही तो हम ऐसे पड़े खाते पीते पड़े रहे।

नितिन कहता है," आज की रात इन लोगो को देख लेते हैं,ये क्या बोलते हैं उसके बाद फिर डिसीजन लेते हैं।

वीरेन कहते हैं," इन दोनो को भी समझाना होगा।"!!

तभी नीचे से कुछ आवाजे आती है तो वह फिर खिड़की से देखते हैं,जिसने से कुछ आदमी और औरते दिखाई दे रही थी उनमें से एक बोलता हैं," तुम लोग इस तरफ आ जाओ, वरना वह लोग आज रात तुम्हें मार देंगे।

नितिन कहता है," तुम लोग कौन हो और यह क्या कर रहे हो,"!!

वह आदमी कहता है," हमे भी तुम्हारी तरह फसाया गया था,हम इस ओर भाग आए तो बच गए हैं,"!!

वीरेन कहता है," वहां और यहां में क्या फर्क है वह भी तो इन्ही लोगो की जगह है,"!?

वह आदमी कहता है " वह लोग इस तरफ नही आ सकते हैं, ये उनके दुश्मन हकीम का इलाका है, यहां आते ही वह हकीम उन लोगो को मारकर खा जाता है।

अभी बाते कर रहे थे तभी अचानक मुखिए के लोग आकर उन सबको पकड़ कर उठा ले जाते हैं,और उनको पकड़ते ही फिर से पेड़ पौधे गायब हो जाते हैं, और फिर से रेगिस्तान नजर आने लगता है।

नीचे से मुखिया के आदमी दोनो को देखते हैं, उनमें से एक आदमी का सर उड़कर उनके पास आता है और कहता है," यहां उतरने की बेवकूफी करोगे तो मारे जाओगे,यहां पर सब षड्यंत्रकारी हैं, इनकी बातो में आओगे तो हम पर इल्जाम मत लगाना।

वीरेन कहता है," ये लोग कौन हैं,और इन्हे यह क्यों आने देते हो।

वह कहता है," ये सब हमारे दुश्मन की चल है,वह नही चाहते की हम इस मुसीबत से मुक्ति पाए।

अब तुम लोग नीचे मत झांकना नही तो ये लोग तुम्हे सम्मोहित करके बुला लेंगे, और फिर तुम लोग कभी भी नही निकल पाओगे।

वह गायब होता है, और खिड़की के सामने घुप्प अंधेरा हो जाता है,"!

यह लोग सोफे पर बैठते हैं,तभी कविता और वंदना दोनो ही बाहर आती हैं, तभी इंटरकॉम बजता है वीरेन उठाता है तो सामने से लड़की कहती हैं," आप लोग वेज खाना खायेंगे या नॉनवेज।"!!

वीरेन कविता की ओर देख पूछता है," लंच वेज करना है या नॉनवेज।

वंदना कहती है," मटन मसाला, फ्राइड राइस मेरे लिए।

कविता कहती है," मेरे लिए तो फिश करी विथ फ्राई फिश और राइस।

नितिन कहता है।" मैं भी बकरे का मटन खाऊंगा विथ फ्राइड राइस,!!

वीरेन कहता है," चिकन मसाला विथ रोटी।"!!

क्रमशः 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama