उनकी बातों में आकर
उनकी बातों में आकर
उनसे मिलने का दिल किया, तो हम मिलने चल दिये।
सोचा, कुछ खास थोड़ी है मुझमें, जो उनको खास लगे।
खैर, बातें बहुत सी हुईं और दबे हुए इश्क की शुरुआत भी।
कुछ बातें सुनी और कुछ कही, और कुछ की तहकीकात की।
उन्होंने इश्क के बारे में, मुझे बहुत कुछ समझाया।
मैंने भी उसे अच्छे से सुना, समझा और दिल में उतारा।
और फिर उनकी बातों में आकर, हम प्यार कर बैठे।
जिसने बताया इश्क क्या है, हम उसी से इश्क कर बैठे।।