मर भी गया तो मर भी गया तो
बेदख़ल मत किया करो बेदख़ल मत किया करो
कीमत को अपनी तुम जानो भाई यहाँ आने का मकसद पहचानो भाई कीमत को अपनी तुम जानो भाई यहाँ आने का मकसद पहचानो भाई
अपनी राहों में ख़ुशियाँ बिखेरते हुए अपनी राहों में ख़ुशियाँ बिखेरते हुए
बातों का सिलसिला, शुरू हो जाता है। कई यादों का सिलसिला शुरू हो जाता है। बातों का सिलसिला, शुरू हो जाता है। कई यादों का सिलसिला शुरू हो जाता है...
राख हो कर खाक हो गये है ख्वाब सारे, तू अंगारों को फूंककर तो देख राख हो कर खाक हो गये है ख्वाब सारे, तू अंगारों को फूंककर तो देख