यहाँ तक मैं भी खारी मिठास ! ये मिठास क्या होती है ? यहाँ तक मैं भी खारी मिठास ! ये मिठास क्या होती है ?
शर-शर करती भाग रही हूँ, शहर-गाँव मै लाँघ रही हूँ शर-शर करती भाग रही हूँ, शहर-गाँव मै लाँघ रही हूँ
कथा नदी की कौन लिखे तब, बिना मूल का पता लगाए। कथा नदी की कौन लिखे तब, बिना मूल का पता लगाए।
दिलों पर करके राज तुम मर कर भी जी लो ! दिलों पर करके राज तुम मर कर भी जी लो !
हर तरफ़ बस उमंग हो, जब राधा कृष्णा का संग हो। हर तरफ़ बस उमंग हो, जब राधा कृष्णा का संग हो।
हम लड़कियों की जिंदगी आसान नही होती। हम लड़कियों की जिंदगी आसान नही होती।