तू रहे न रहे
तू रहे न रहे
फिर होगी भोर,
खिलेगी धूप,
उठेंगे हल,
कटेगी फसल,
तू रहे न रहे।
फिर जलेगी होली,
मनेगी दिवाली,
फिर मचेगा शोर,
वैसे ही चारो ओर,
तू रहे न रहे।
लांघी जाएंगी सीमाएं,
लड़े जाएंगे संग्राम,
जीते जाएंगे दुर्ग,
लिखा जाएगा इतिहास,
तू रहे न रहे।