तू इबादत..
तू इबादत..
इबादत है तू मेरी
मेरा खुदा तुझमें बसता है
तू जब हँसती है तो
जहान मेरा हँसता है....
तेरे नूर के सुरूर से
चाँद भी तरसता है...
तू जब हँसती है तो
जहान मेरा हँसता है....
प्यार व्यार तो है एक बहाना
चाहूँ तुझे गले लगाना
चैन सारे ले लूं तुझसे
सारी रात तुझे जगाना....
अधूरी सी इस जिंदगी में...ये इश्क़ बन गया है
करम खुदा सा....
इक हो जा लहू से ....साँसो में बस के मेरे
तू बन जा रहनुमा सा...
तेरा नाम हर पल ..... धड़कन की तरह मेरे
साँसो में बसता है...
तू जब हँसती है तो
जहान मेरा हँसता है....
इबादत है तू मेरी
मेरा खुदा तुझमें बसता है
तू जब हँसती है तो
जहान मेरा हँसता है....