आशिकी की आयत
आशिकी की आयत
तेरे आशिकी की आयत पढ़ ली तो
सारा जहाँ खिल गया
ना मंदिर ना मस्जिद गया
तेरे दर पर खुदा मिल गया....
मोहब्बत सा चाहा तुझे
इबादत सा माँगा तुझे
तेरे सपनों के जहान में
मुझे जन्नत का नूर मिल गया..
ना मंदिर ना मस्जिद गया
तेरे दर पर खुदा मिल गया....