दिल दिवाना...
दिल दिवाना...
तुम कशिश बन गयी हो मेरी
मेरा दिल तेरा दिवाना हो गया है
हम चूप रहे लफ्जो को थाम कर
फिर भी बीना बोले
कोई फसाना हो गया है
धीमी सी मेहक से तेरी
खिल गयी सारी कायनाथ
तुझसे रूह को जोड़ लिया
बैगाना जमाना हो गया है
तुम कशिश बन गयी हो मेरी
मेरा दिल तेरा दिवाना हो गया है।