तुम्हारा साया
तुम्हारा साया
हम मिले न मिले ये तो मुकद्दर की बात है,
एक मिलन हज़ारों ख़्वाहिशों का ख्वाब है,
हज़ारों यादों का कारवाँ बस तुम्हारे साथ है,
तुम्हारा न मिलना भी एक हसीन एहसास है।
हम मिले न मिले ये तो मुकद्दर की बात है।
तुम्हारे बदन की खुशबू मेरे पास है,
तुम्हारी गर्म साँसों का एहसास मेरे पास है,
तुम्हारे आँचल में खो जाने का ख्वाब मेरे पास है,
तुम्हारी बांहों में झूम जाने का जज्बात मेरे पास है,
हम मिले न मिले ये तो मुकद्दर की बात है।
मेरी जिंदगी का हर तराना तुम्हारे पास है,
हमारे रूहानी इश्क की हर जुगत तुम्हारे पास है,
दुनिया से अलग बहुत जुदा एक एहसास है,
आसमान में चमकते कहीं दूर एक तारो सा ख्वाब है,
हमारा तुम्हारा तो एक रूहानी प्यार है,
हम मिले न मिले मुकद्दर की बात है।