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लक्ष्य को साध तू निकल आज घर से, मन मे एक लक्ष्य को निकल आज घर से। लक्ष्य को साध तू निकल आज घर से, मन मे एक लक्ष्य को निकल आज घर से।
कल रात रिमझिम बारिश का आलम देखा, कुछ नए कुछ पुराने रिश्तों को भीगते देखा। कल रात रिमझिम बारिश का आलम देखा, कुछ नए कुछ पुराने रिश्तों को भीगते देखा।
बस फर्क इतना है कि कुछ कहता नहीं है, कशमकश जिंदगी की कुछ ऐसी है। बस फर्क इतना है कि कुछ कहता नहीं है, कशमकश जिंदगी की कुछ ऐसी है।
ये सर्द हवाएं.. ये सुर्ख लाल गुलाब, अपने शबाब पर है। ये सर्द हवाएं.. ये सुर्ख लाल गुलाब, अपने शबाब पर है।
आसान जिंदगी को कठिन बना लिया, मैंने दौड़ने से भागना शुरू कर दिया। आसान जिंदगी को कठिन बना लिया, मैंने दौड़ने से भागना शुरू कर दिया।
अपने लिए नये रास्ते खोजने को, अक्सर ये मन एकांत खोजता है ! अपने लिए नये रास्ते खोजने को, अक्सर ये मन एकांत खोजता है !
चारों दिशाओं में फैले होते, अपना प्रकाश करते होते, चारों दिशाओं में फैले होते, अपना प्रकाश करते होते,
कुछ बेपरवाह कुछ ढीठ सी हो गयी है, कभी तेज कभी धीरे भाग रही है, कुछ बेपरवाह कुछ ढीठ सी हो गयी है, कभी तेज कभी धीरे भाग रही है,
निराश होकर नहीं फिर जोश में भरते हुए देखता रहा, निराश होकर नहीं फिर जोश में भरते हुए देखता रहा,
खाली कमरे में सिर्फ यादें रह जाती है, ये मोहब्बत भी कहीं छुप सी जाती है। खाली कमरे में सिर्फ यादें रह जाती है, ये मोहब्बत भी कहीं छुप सी जाती है।