Dinesh Dubey

Tragedy

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Dinesh Dubey

Tragedy

टूटे रिश्ते छूटे रिश्ते

टूटे रिश्ते छूटे रिश्ते

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जिंदगी की कशमकश में

ना जाने कितने आए और चले गए

कितने सारे टूटें रिश्ते, छूटे रिश्ते 

कभी अपनी कमी थी कभी उनकी,

हम झुक ना सके ,वो रुक न सके ,

बेकार दंभ की इस खींचा तानी में,

कई अनमोल टूटे रिश्ते, छूटे रिश्ते ,

अब भी तो गहराई समझ नही पाते ,

रिश्तों की तन्हाई में याद आती है,

फिर भी ना हम आगे बढ़े ना वो ,

ना जाने कितने टूटें रिश्ते, छूटे रिश्ते। 



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