STORYMIRROR

Harsh Singh

Romance Fantasy

3  

Harsh Singh

Romance Fantasy

तेरा चेहरा

तेरा चेहरा

1 min
280

आँखें बंद करते ही नज़र आता है चेहरा तेरा 

फ़ीके रंग चढ़ जाते हैं देख चेहरे का नूर तेरा 

पानी शराब बन जाती है जब नज़रों से उठता है पर्दा तेरा 

मौसम दीवाना हो जाता है जो खिलखिलाता है चेहरा तेरा 

तुम्हें देखने की चाहत अधूरी रह जाती है बीच में रहता है जो पहरा तेरा 

हवाएं महक सी उठती हैं जब हवाओं में उड़ता है बाल तेरा 

खुशनसीब हैं वो हवाएं जो छू कर गुजरती हैं गाल तेरा 

फिजाएं जी उठती हैं जब लहराता है दुपट्टा तेरा 

आवाज़ तो क़यामत ढाती है जब बुलंदियों से ऊपर होता है चर्चा तेरा 

दुनिया चौंक जाती है महफ़िल में सुन के खर्चा तेरा 

लोग दीवाने हो जाते हैं देख के जलवा फरोश तेरा 

दिलों पे राज़ करती है तू क्या जाने चेहरा तेरा 

रातें रवानी हो जाती हैं जब नज़र आता है चेहरा तेरा।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance