तेरा चेहरा
तेरा चेहरा
आँखें बंद करते ही नज़र आता है चेहरा तेरा
फ़ीके रंग चढ़ जाते हैं देख चेहरे का नूर तेरा
पानी शराब बन जाती है जब नज़रों से उठता है पर्दा तेरा
मौसम दीवाना हो जाता है जो खिलखिलाता है चेहरा तेरा
तुम्हें देखने की चाहत अधूरी रह जाती है बीच में रहता है जो पहरा तेरा
हवाएं महक सी उठती हैं जब हवाओं में उड़ता है बाल तेरा
खुशनसीब हैं वो हवाएं जो छू कर गुजरती हैं गाल तेरा
फिजाएं जी उठती हैं जब लहराता है दुपट्टा तेरा
आवाज़ तो क़यामत ढाती है जब बुलंदियों से ऊपर होता है चर्चा तेरा
दुनिया चौंक जाती है महफ़िल में सुन के खर्चा तेरा
लोग दीवाने हो जाते हैं देख के जलवा फरोश तेरा
दिलों पे राज़ करती है तू क्या जाने चेहरा तेरा
रातें रवानी हो जाती हैं जब नज़र आता है चेहरा तेरा।