सुने हमने लोगों के ताने बहुत
सुने हमने लोगों के ताने बहुत
कोई आ गया जो बुलाने बहुत
किया है परेशाँ क़बा ने बहुत
मैं पीछा छुड़ाऊँ भला किस तरह
लगा वो ख्यालों में आने बहुत
नहीं जानना था मेरा हाले दिल
किये हैं उन्होंने बहाने बहुत
तू किस किस से नज़रें चुराती फिरे
गली के हैं तेरी दीवाने बहुत
कहीं का न छोड़े ये उल्फ़त तेरी
सुने हमने लोगों के ताने बहुत