सपनों की गहराई
सपनों की गहराई
मुझे नहीं पता कि क्या होती है सपनों की गहराई।
हमेशा मैं मानता रहा हूं एक ही सबसे बड़ी सच्चाई।
वह है पूरी लगन और मेहनत से काम करते रहना।
न भटकना यहां वहां और न ही कुछ ज़्यादा कहना।
सपनों की गहराई को अगर हमने नाप लिया कभी।
उनको पूरे करने की तैयारी शुरू करनी होगी अभी।
तो अपना हौसला और उम्मीद साथ लेकर चलना।
न देखो कि सूरज कब है उगना और कब है ढलना।
सपने बड़े हों कोई बात नहीं, हक़ीक़त से दूर न हों।
सपने ऐसे हों जो सच्चाई के करीब हों, फ़ितूर न हों।
सपने अगर गहरे और ऊंचे होंगे तो है कोई ग़म नहीं।
फिर देखो कि उन्हें हक़ीक़त में न बदलें तो हम नहीं।
