सोचो और बताओ है किसकी तस्वीर
सोचो और बताओ है किसकी तस्वीर
सोचो और बताओ आखिर है किसकी यह तस्वीर,
नंगे बदन, तन पर लंगोटी पहने वह खड़ा है कौन फ़कीर ?
हाड़-मांस का बना यह पुतला,
सत्य अहिंसा का अभिलाषी है।
युगों-युगों तक अचल, अविरल
घट- घट में अविनाशी है।
सत्याग्रह का जिसने अचूक अस्त्र दिया,
आत्मबल को ब्रह्मास्त्र बनाकर खड़ा किया जिसने अमिट शमशीर
सोचो और बताओ आखिर है वह कौन फ़कीर ?
जिसने बिना रक्तपात मचाये अंग्रेजों को धूल चटाया ,
गोली- बंदूक की औकात ही क्या ?
जब आत्मबल उसके सामने आया।
रामराज्य की संकल्पना प्रस्तुत कर खींची सनातन संस्कृति की लकीर,
सोचो और बताओ अंतर्मन में बन रही किसकी तस्वीर !
नंगे बदन ,तन पर लंगोटी पहने वह खड़ा है कौन फ़कीर ?
कौन था वह जिसने सच्चे भाइचारे की पेश की अनुपम नज़ीर ,
स्वच्छता से स्वावलंबन की उद्घोषणा किया जिसने,
कौन था वह फ़कीर ?
सोचो और बताओ किसने बनाई थी सपनों की स्वातंत्र्य भारत की तस्वीर ?
नंगे बदन, तन पर लंगोटी पहने वह खड़ा है कौन फ़कीर ?