हिम्मत मत हारना
हिम्मत मत हारना
प्रस्तावना घड़ी जब सामान्य चलती रहे तब बहुत अच्छी है।
मगर असामान्य चलती है तो हमारी हिम्मत को तोड़ देती है।
हर इंसान को उस समय हिम्मत रखनी चाहिए।
परेशानी में पड़ी हुई इसी बात को ध्यान में रखकर
एक भाई अपनी बहन को यह शिक्षा दे रहा है।
हिम्मत मत हारना मेरी बहना,
हिम्मत मत हारना।
जिंदगी में कभी भी आए कोई भी तूफान या परेशानी,
मगर तू कभी हिम्मत न हारना।
करना डटकर मुकाबला मेरी बहना।
मगर तू कभी हिम्मत ना हारना।
परेशानियां बहुत आएंगी जिंदगी में।
कभी ना तू उनसे डर कर छुप जाना।
करना डटकर मुकाबला
मगरकभी हिम्मत न हारना।
ना करने देना किसी को तेरे निज पर हमला।
हमेशा अपना सम्मान बचा कर रखना।
जो कोई करे उसको तोड़ने की कोशिश।
तो डटकर मुकाबला तू उसका करना।
हिम्मत ना हारना तू कभी हिम्मत न हारना
है तू मां-बाप की दुलारी बेटी ,
किसी की बहू, किसी की मां,
किसी की बहन, अपने निज को कुचलने ना देना।
जो कोई करे कोशिश कुचलने की उसको,
मुंह तोड़ जवाब तू उसको देना।
हो तुझ पर गर्व सबको मेरी बहना।
काम तू जिंदगी में ऐसा करना।
शिक्षा हिम्मत हौसला हो तेरा गहना।
ऐसी हिम्मतवान तू बन के रहना।
काम तू जिंदगी में ऐसे करना।
कि लोग तुझे तेरे नाम से जाने।
जिंदगी की डगर खूबसूरत बने।
ऐसे काम तू करती रहे।
लोगों के लिए तू मिसाल बनें।
कि लोग तुझे अपना आदर्श समझे।
हिम्मत हौसला हो तेरा गहना।
मेरा है बस यही कहना।
अपनी हिम्मत हमेशा साथ रखना।
कभी ना इसको टूटने देना।
जिंदगी को हमेशा खुश गवार रखना।
मेरी इतनी बात बस तू मान लेना।
जिंदगी में गांठ तू बांध लेना कि
हिम्मत हौसला है तेरा गहना।