छिटक जाती है हाथों से कभी फिर दौड़ कर थाम लेता हूँ छिटक जाती है हाथों से कभी फिर दौड़ कर थाम लेता हूँ
जुड़ जाते है फिर से रिश्ते तो गांठ पड़ ही जाती है फिर उस गांठ को मिटाना मुश्किल होता है। जुड़ जाते है फिर से रिश्ते तो गांठ पड़ ही जाती है फिर उस गांठ को मिटाना मुश्क...
चाहे तोड़ो गांठ बना लो थोड़ी सी पहचान बचा लो। चाहे तोड़ो गांठ बना लो थोड़ी सी पहचान बचा लो।
इन रिश्तों को निभा नहीं रहा है वह तो केवल ढो रहा है इन रिश्तों को निभा नहीं रहा है वह तो केवल ढो रहा है
एक प्यारी मुस्कान बड़ी से बड़ी तकरार मिटा देती है, एक मीठी मुस्कान बड़े से बड़ा घाव भर दे एक प्यारी मुस्कान बड़ी से बड़ी तकरार मिटा देती है, एक मीठी मुस्कान बड़े से बड़ा घ...
इनमें, मैंने ब्रह्मांड के साथ साथ, अपने वजूद को भी खत्म होते देखा है... इनमें, मैंने ब्रह्मांड के साथ साथ, अपने वजूद को भी खत्म होते देखा है...