सनम
सनम
सनम आप इश्क को, मुकम्मल करा दीजिए
अपने हुस्न का रंग, मेरे हुस्न से मिला दीजिए
कहते है लोग मुझको, दीवानी हूं मैं आपकी
सीने से लगाकर सनम ! मुझको छुपा लीजिए
सीने से लगाकर सनम ! मुझको छुपा लीजिए।
चिलमन हटा के ए सनम ! रुख ना मोड़िए
नज़रे मिला के आप सनम ! नज़रे ना फेरिए
दिल की आवाज बनकर ! दिलबर बना लीजिए
सीने से लगाकर सनम ! मुझको छुपा लीजिए
सीने से लगाकर सनम ! मुझको छुपा लीजिए।
इश्क की दास्तां बनाकर ! कहानी बना दीजिए
कहते है जिसे आशिकी ! मोहब्बत से सज़ा दीजिए
सजदा है सनम ! आपका, इश्क की राह में
जानम मेरे हमदम ! मुझे अपना बना लीजिए।
सीने से लगाकर सनम ! मुझको छुपा लीजिए
सीने से लगाकर सनम ! मुझको छुपा लीजिए।।