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Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Romance

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Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Romance

"रहना नहीं तुम्हारे बिना

"रहना नहीं तुम्हारे बिना

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नहीं लगता मेरा ये दिल,

मुझे क्यों याद आती हो !

करूँ क्या मैं भला बोलो ,

मुझे रहरह  सताती हो !!


बनाता हूँ कोई भी चीज ,

तेरी तस्वीर बनती है !

लिखूँ किसी और की बातें,

तेरी कविता ही बनती है !!


चमन के फूल से मुझको ,

कभी नहीं रास आती है !

मेरे मन में तेरी खुसबू ,

सदा ही याद आती है !!


है सूना दिन तुम्हारे बिन ,

नहीं ये रात कटती है !

हमेशा लेता हूँ करबट ,

मेरी तो जान जाती है !!


जिधर देखूँ उधर तुम हो ,

तुम्हारे रूप का जादू !

नहीं मेरा दिल संभलता है ,

मेरा सब कुछ किया काबू !!


मेरे तुम  संग रहकर ही ,

मेरा उपचार तुम कर दो !

नहीं अब दूर ही रहना ,

मेरा उपकार तुम कर दो !!


नहीं लगता मेरा ये दिल,

मुझे क्यों याद आती हो !

करूँ क्या मैं भला बोलो ,

मुझे रहरह  सताती हो !!

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डॉ लक्ष्मण झा परिमल

साउंड हैल्थ क्लीनिक

एस 0 पी 0 कॉलेज रोड

दुमका

०४ . ०५ . २०२५ 


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