STORYMIRROR

Neha Yadav

Abstract

3  

Neha Yadav

Abstract

सच्चाई

सच्चाई

1 min
236


सरकारें बदलती, कुर्सी नहीं,

शरीर बदलता, आत्मा नहीं,


प्रकृति बदलती, नियति नहीं,

भाव बदलते, जज्बात नहीं,


हैवान बदलते, इंसान नहीं,

ख्याल बदलते, स्वभाव नहीं,


नीयत बदलती, इंसानियत नहीं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract