ख़ुद में सिमटी शून्य सार हूँ, जीवन के हिस्सों का आधार हूँ। नेहा
बादलों ने भी दस्तक दी थी पर उन बूंदों से ना याराना हुआ बादलों ने भी दस्तक दी थी पर उन बूंदों से ना याराना हुआ
चित्त हरा हृदय श्वेत रंग से चरित्र को जिसने मढ़ा नहीं। चित्त हरा हृदय श्वेत रंग से चरित्र को जिसने मढ़ा नहीं।
सफ़र तय कर ही रहे तन्हा अब कोई नहीं रहा रूठने या मनाने को। सफ़र तय कर ही रहे तन्हा अब कोई नहीं रहा रूठने या मनाने को।
इस जहाँ से उस जहां तक कि ख़बर है, और कहते हैं बेख़बर हैं हम इस जहाँ से उस जहां तक कि ख़बर है, और कहते हैं बेख़बर हैं हम
मैं कड़वी नीम सी; तुम मधुर शहद। मैं कड़वी नीम सी; तुम मधुर शहद।
नीयत बदलती, इंसानियत नहीं। नीयत बदलती, इंसानियत नहीं।
नैनन से नैन मिले जैसे मिले कोई हमजोली, प्रेम प्रीत का खेल नहीं हृदय बात ही बोली नैनन से नैन मिले जैसे मिले कोई हमजोली, प्रेम प्रीत का खेल नहीं हृदय बात ही बो...
ख़ुद को तराशते हैं हम फिर निखरते हैं। ख़ुद को तराशते हैं हम फिर निखरते हैं।
जी भर के रोया जब सुना बेटीयों को जलते, ख़ुद को भी कोसा। ख़ामोशियों को अपना कर आवाज़ जब जी भर के रोया जब सुना बेटीयों को जलते, ख़ुद को भी कोसा। ख़ामोशियों को अपन...
गम चाहे जितना गहरा हो बहारें फिर भी आएंगी बहारें फिर भी आएंगी। गम चाहे जितना गहरा हो बहारें फिर भी आएंगी बहारें फिर भी आएंगी।