कोहिनूर तो चिलमन में भी अपना रूप दिखाती। बस एक इशारे पर हम उसमें भी शब भर देते। कोहिनूर तो चिलमन में भी अपना रूप दिखाती। बस एक इशारे पर हम उसमें भी शब भर द...
सुबह-सुबह निकल लिए, ट्यूशन बहाने। सुबह-सुबह निकल लिए, ट्यूशन बहाने।
सीने से लगाकर सनम ! मुझको छुपा लीजिए। सीने से लगाकर सनम ! मुझको छुपा लीजिए।
ऊँगली के छल्ले का क्या दोष ऊँगली के छल्ले का क्या दोष
सुना है रात को तुमने अलविदा कह दिया बस एक प्यार की नींद आने को। सुना है रात को तुमने अलविदा कह दिया बस एक प्यार की नींद आने को।
कवि हूँ क्योंकि कविता करता हूँ कल्पलोक में रहता हूँ। कवि हूँ क्योंकि कविता करता हूँ कल्पलोक में रहता हूँ।