संघर्ष ...
संघर्ष ...
चमकने से पहले बुझना जरूरी है,
जीतने के लिए हारना।
लक्ष्य को पाने के लिए ,
संघर्षों से जूझना जरूरी है।
सफलता के शिखर छूने के लिए
मेहनत की खामोशी जरुरी है।
ज्ञानार्जन के लिए विद्यार्थी,
अध्ययन की गहराई जरूरी है।
खुद से कभी हार जाओ पर,
उस पर यकीन रखना।
याद रखना वह जितना गिरा रहा है
बुलंदियों तक लेकर जाएगा भी वही।
वो परीक्षा लेता है सब्र की,
शिकस्त मिलने पर धैर्य की।
हर गलती से सबक सीख लेने की,
गहरे अंधेरे में भी आशा का एक दीप जलाए देखने की।
कूट-कूट कर ही मिट्टी ने आकार है पाया,
तराशने से ही हीरे ने चमक को पाया।
संघर्षों की कड़ी अग्नि में तप कर,
मनुज ने मनुष्यता के उच्च स्तर को पाया।
नेपथ्य के गिरने से पहले,
ऐसा किरदार निभा जाओ।
प्रारब्ध से अनंत तक,
दुनिया की आँखों में रच बस जाओ।।
